BY: RAVI BHUTDA
बालोद: कांग्रेस के वरिष्ठ व दिग्गज नेता मोतीलाल वोरा मंगलवार को पंच तत्व में विलीन हो गए। श्री वोरा की अंतिम यात्रा में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेष बघेल, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित तमाम मंत्री, वरिष्ठ कांग्रेस व भाजपा के नेता शामिल हुए। अब सिर्फ उनसे जुड़ी यादे ही शेष रह गई हैं। श्री वोरा अपने उदार भाव छबि से राजनीति से जुड़े हर व्यक्ति के दिलों में एक खासा स्थान बनाते हैं। कई राजनेताओं के श्री वोरा गुरु भी माने जाते हैं। श्री वोरा से कई नेताओं ने राजनीति के गुर सीखे हैं। उनसे जुड़ी हर वो तमाम बातें व यादे है, जो कभी भी लोगो के दिलो से नही जा सकती। चाहे वह किसी भी पार्टी का शख्श हो या फिर सामान्य व्यक्ति। ऐसी ही एक यादे बालोद से मोतीलाल वोरा की हैं। जब वे 1983 में अविभाजित मध्यप्रदेश के वक़्त मुख्यमंत्री थे। मोतीलाल वोरा ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान अविभाजित दुर्ग के समय बालोद में महाविद्यालय भवन की सौगात दी थी। 24 अगस्त 1983 को शासकीय विज्ञान कला वाणिज्य महाविद्यालय भवन का शिलान्यास मोतीलाल वोरा में बतौर मुख्यमंत्री रहते किया था। जो बालोद के लिए बड़ी उपलब्धि रही थी।

