BY: एजेंसी
नई दिल्ली: भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले के लिए भारत की प्लेइंग इलेवन बुधवार को जारी कर दी। बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी के लिए सीरीज के इस पहले मुकाबले में ऋद्धिमान साहा को ही विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। लोकेश राहुल को बाहर रखा गया है और युवा पृथ्वी साव को भी शामिल किया गया है ।
बुधवार को पहले टेस्ट के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने प्लेइंग इलेवन, जो 17 दिसंबर से एडिलेड ओवल में शुरू होगा। यह विदेशी धरती पर भारत का पहला डे-नाइट टेस्ट होगा।
भारत ने वनडे सीरीज में मिली हार का बदला तो टी20 सीरीज जीतकर चुका दिया लेकिन अब बारी टेस्ट सीरीज की है। दोनों देशों के बीच टीम 4 मैचों की टेस्ट सीरीज 17 दिसंबर से शुरू होनी है। नियमित कप्तान विराट कोहली केवल शुरुआती टेस्ट मैच खेलेंगे, फिर पैटरनिटी लीव पर स्वदेश लौट आएंगे।
गेंदबाजों की बात करें तो स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के अलावा तीन पेसरों को शामिल किया गया है। उमेश यादव, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह तेंज गेंदबाज होंगे। इस मुकाबले के लिए ऋद्धिमान साहा को ऋषभ पंत पर तरजीह दी गई है।
भारतीय टीम प्रबंधन ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं और हनुमा विहारी से जब इस बारे में पूछा गया था तो उन्होंने भी कहा था कि ‘स्वस्थ प्रतिस्पर्धा’ टीम के लिए अच्छी है। माना जा रहा है कि साहा की बेहतर विकेटकीपिंग और रक्षात्मक बल्लेबाजी को प्राथमिकता दी जा सकती है।
कोच रवि शास्त्री, कप्तान विराट कोहली, सहायक कोच विक्रम राठौड़, भरत अरुण और चयनकर्ता हरविंदर सिंह मैच की परिस्थितियों के आधार पर इन दोनों के प्रदर्शन का आकलन करेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि पंत की आक्रामक बल्लेबाजी पर साहा की विकेटकीपिंग और रक्षात्मक अंदाज में बल्लेबाजी को प्राथमिकता दी जा सकती है।
ऋद्धिमान साहा ने ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज से पूर्व पहले प्रैक्टिस मैच में 54 रन की महत्वपूर्ण पारी खेलकर भारत को ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ हार से बचाया था। उन्होंने तब जेम्स पैटिंसन, माइकल नेसेर और कैमरन ग्रीन जैसे गेंदबाजों का सामना किया था।
इसके विपरीत ऋषभ पंत ने जब दूसरे प्रैक्टिस मैच में शतक जमाया, तब भारतीय टीम बेहतर स्थिति में थी और उन्हें लेग स्पिनर मिशेल स्वेपसन और कामचलाऊ गेंदबाज निक मैडिनसन का सामना करना पड़ा था। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलन बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलिया ए के इस गेंदबाजी प्रदर्शन को शर्मनाक करार दिया था।
अभी तक के करियर की बात करें तो साहा ने 37 टेस्ट मैचों में 1238 रन बनाए हैं जिसमें तीन शतक शामिल हैं। उन्होंने 92 कैच और 11 स्टंप आउट किए हैं। पंत ने अब तक 13 टेस्ट मैचों में कुल 814 रन बनाए हैं जिसमें 2 शतक, 2 अर्धशतक हैं। साहा यदि पहले टेस्ट मैच में जगह बना लेते हैं तो भी पंत की संभावना खत्म नहीं हो जाती। साहा को टीम में बने रहने के लिए विकेट के पीछे ही नहीं विकेट के आगे भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
इससे पहले भारतीय टीम ने टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए दो तीन दिवसीय प्रैक्टिस मैच खेले। विराट कोहली दूसरे डे-नाइट वॉर्म-अप मैच में बाहर बैठे थे, रहाणे ने टीम का नेतृत्व किया जिसमें हनुमा विहारी और ऋषभ पंत ने शतक जड़े। प्लेइंग इलेवन में हनुमा विहारी के अलावा शुभमन गिल को भी शामिल किया है।