BY: RAVI BHUTDA
रायपुर: बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओं को नारा अब दिवारों तक ही सीमित रह गया है। बेटियों के साथ छेडखानी करने वाले व उनकों संरक्षण देने वालों पर प्रशासन भी मेहरबान है। ऐसा ही कुछ मामला दुर्ग जिले मे सामने आया जब गंभीर मामले मे आरोपित एक अपराधी को पकड़ने का जिम्मा पीड़ित पक्ष को थाना प्रभारी ने दिया वही कोविड 19 जैसे संक्रमण मे भी प्रशासन के नाक के नीचे आरोपी व संरक्षण देने वाले ग्राम के कोतवार खुलेआम बैठके करते रहे और प्रशासन संडे मनाता रहा। प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल की सरकार की छवि को धुमिल करने मे पुलिस प्रशासन के कुछ अधिकारी ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे है। जी हां मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र के रानीतराई थाने मे ऐसा ही कुछ मामला सामने आया है जब एक प्रार्थी व उसके परिजनों को न्याय पाने के लिए एएसपी स्तर के अधिकारी तक गुहार लगाना पड़ गया बावजुद इसके प्रार्थिया व उसके परिजनों को न्याय तो मिला लेकिन आरोपियों व उसे संरक्षण देने वालों ने बेइज्जत करने मे कोई कसर नही छोड़ी।
जब एएसपी ने किया हस्तक्षेप:
महिलाओं के साथ अपराध मे कमी लाने के प्रदेश के डीजीपी के प्रयासों के बावजुद छेड़खानी जैसे गंभीर अपराधों मे भी रानीतराई के थाना प्रभारी की भूमिका संदेहास्पद रही है। बताया जाता है उड़ीसा राज्य के ग्राम भारवन निवासी पिकेश कुमार ने रीवागहन की एक युवती के साथ उसके ही घर मे घुस कर छेड़खानी जैसे गंभीर अपराध को कायम कराने के लिए प्रार्थी व उसके परिवार को दर्जनों बार थाने के चक्कर लगाने पड़ गये। बताया जाता है कि रीवागहन के कोतवार द्वारा मामले मे आरोपित अपराधी को अपना रिेश्तेदार बताने पर थाना प्रभारी भी मुकदर्शक बने हुए थे। वही इस मामले मे थाना प्रभारी सीता राम धु्रव द्वारा लेटलतीफी से त्रस्त होकर पीड़ित पक्ष ने दुर्ग के एएसपी प्रज्ञा मैश्राम को संपूर्ण मामले से अवगत कराया तब जाकर आरोपी पिकेश कुमार के विरूद्ध गैर जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ।
टीआई ने कहा, आरोपी को लेकर थाने आओ:
गंभीर मामले मे आरोपित अपराधी के उड़ीसा से ग्राम रीवागहन मे बैठक लेने की सूचना वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को लगने पर थाना रानीतराई टीआई को तत्काल आरोपी को अपने कब्जे मे लेने के निर्देश पर टीआई ने पीड़ित परिवार को फोन करके कहा कि आरोपी को पकड़ कर थाने ले आओ और खुद भी आ जाओ। अगर आरोपी नही आये तो वो स्वयं अकेले थाने आ जाये।
जब आरोपी ने कोटवार के साथ मिलकर की बैठक और…..:
रानीतराई मे धारा 354 जैसे गंभीर मामलों मे आरोपित अपराधी ने ग्राम के कोटवार ओमप्रकाश वाड़दे व ग्राम के कुछ प्रमुख के साथ 3 से 4 घंटे तक खुलेआम बैठक की। इस दौरान शासन प्रशासन द्वारा जारी कोविड 19 के दिशा निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन हुआ तो दुसरी ओर पीड़ित परिवार को भी जलील किया गया। टीआई को जानकारी होने के बावजूद आरोपी को अभिरक्षा मे लेने मे कोई दिलचस्पी नही दिखाई जब वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई तब टीआई ने आरोपियों के भागने तक इंतजार किया और तब जाकर उक्त ग्राम मे पहुंचे।
कोतवार ने दिखाया कानून ढंगा:
ग्राम रीवागहन के एक कोतवार ने मुख्यमंत्री के विधानसभा मे ही नियम कायदों व कानून की सरेआम धज्जियां उड़ा दी। सुत्रों की माने तो जहां कोतवार ने आरोपी को संरक्षण दिया तो दुसरी ओर गंभीर मामलें मे आरोपित उड़ीसा के युवक के पक्ष मे गांव मे विकास समिति की बैठक बुलाकर खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ाई। बताया जाता है कि कोतवार को टीआई ने कथित तौर पर बुलाकर कहा था कि वो किसी भी प्रकार की बैठक न तो करेगा और न ही शामिल होगा पर कोतवार ने ऐसा न करते हुए 50 से अधिक लोगों को जमा कर कानून को ठेंगा दिखा दिया।