By: रवि भूतड़ा
बालोद: जिले में इस साल जनवरी-फरवरी माह के आसपास हुए अचानक बारिश से कई किसानों की फसल खराब हो गई। कई ऐसी फसले है, जिसका फसल बीमा हुआ लेकिन बीमा कंपनी द्वारा इसका क्लेम आज तक किसानों को नही दिया गया। वही दलहन तिलहन की फसलों का बीमा नही होने के बाद इन्हें शासन स्तर पर मिलने वाली क्षतिपूर्ति राशि भी आज तक नही मिल पाई हैं। जिसको लेकर अब अलग अलग क्षेत्रों के किसान कभी दफ्तरों तो कभी कलेक्ट्रोरेट के चक्कर काट रहे है।
पूरे मामले में किसानों की माने तो उनके गेंहू व चने की फसल करीब 80 प्रतिशत खराब हो चुकी थी। जिसका अवलोकन विभागीय अधिकारियों द्वारा किया गया। वही चने की फसल भी अचानक बारिश के चलते पूरी तरह खराब हो चुकी है। लेकिन किसानों को न तो बीमा कंपनी से न ही प्रशासन से मदद मिल पाई हैं। वही अब जब खरीफ फसल की तैयारी करने का समय आया तो किसानों के सामने आर्थिक संकट सीना ताने खड़ी है। जिसको लेकर किसान कलेक्टोरेट पहुंच मदद की गुहार लगा रहे है। मंगलवार को डौंडीलोहारा ब्लॉक मुख्यालय से लगे ग्राम संबलपुर के किसान टीकाराम साहू और भोजराम साहू ने फसल बीमा की राशि नही मिलने की शिकायत कलेक्टर से की। किसान टीकाराम साहू ने बताया कि वे 7 एकड़ में गेंहू की फसल लगाए थे। जिसका फसल बीमा भी करवाये हैं। लेकिन अधिक वर्षा की वजह से पूरी फसल चौपट हो गई। अधिकारियों ने सर्वे भी किया, जिसमें 80 प्रतिशत फसल नुकसान होने की बात कही गई। बावजूद न अब तलक बीमा कंपनी से राशि मिली और न ही प्रशासन से सहयोग। वही किसान भोज साहू ने बताया कि 1.15 हेक्टेयर में चने की फसल बोए थे। अतिवृष्टि की वजह से चने की फसल खराब हो गई। राजस्व एवं कृषि विभाग ने 95 से 100 प्रतिशत का नुकसान होना बताया हैं। अब तलक क्षतिपूर्ति राशि नही मिली हैं। वही पूरे मामले में कृषि विभाग के उपसंचालक एनएल पांडे द्वारा जल्द ही किसानों के खातों में बीमा की राशि पहुंचाने सम्बंधित बीमा कंपनी व अन्य विभागों से पत्राचार किये जाने की बात कहते नजर आ रहे है। अब देखना होगा कि किसानों को बीमा का क्लेम या क्षतिपूर्ति राशि कब तलक मिल पाती हैं।