बालोद : गुंडरदेही पुलिस मृत पेंशन धारियों को जीवित बताकर राशि गबन करने के मामले में पंचायत सचिव पर एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्यवाही में जुट चुकी हैं। शिकायतकर्ता भादरूराम साहू पिता विश्वनाथ साहू (66वर्ष) की पत्नी की मृत्यु 16 जनवरी 2018 को हो गई थी। किंतु मृत्यु उपरांत भी तत्कालीन सचिव दुर्गेश कुमार सोनी व सरपंच श्रीमती द्रोपती चंद्राकर द्वारा मृतिका विशाखा बाई साहू का मृत्यु पेंशन हितग्राही को 23 माह से जीवित बताकर उनके पेंशन धारियों के राशि का अनाधिकृत रूप से आहरण कर उपयोग 49 हजार 350 केस हैंड तत्कालीन सरपंच श्रीमती द्रोपती चंद्राकर व सचिव दुर्गेश कुमार सोनी द्वारा ग्राम पंचायत के केशबुक में बताकर व्यक्त किया गया। किंतु जांच में किसी प्रकार का वाउचर फाइल में बिल का संलग्न नहीं होना पाया गया। संपूर्ण शिकायत की जांच के आधार पर गुंडरदेही पुलिस द्वारा धारा 420, 409 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है। उल्लेखनीय हो कि तत्कालीन सचिव दुर्गेश कुमार सोनी व सरपंच श्रीमती द्रोपती चंद्राकर पर पूर्व में भी ग्राम पंचायत कचांदूर के ग्रामीणों द्वारा शिकायत के आधार पर सरपंच- सचिव द्वारा मिलीभगत कर राशि गबन करने का मामला सामने आया था। मामले में गुंडरदेही एसडीएम द्वारा जांच टीम गठित कर मामले के जांच के आदेश दिया गए थे। 3 सदस्यों की संयुक्त टीम गठित कर मामले की जांच की गई। जांच में 17 लाख 69 हजार 399 रुपये की राशि गुंडरदेही चिरपोटी तथा कचांदूर के दर्जनों दुकानों के नाम से स्वयं बिल प्रिंट कर वाउचर में लगाकर राशि आहरण कर सरपंच सचिव द्वारा पैसों का बंदरबांट किया गया हैं। जांच अधिकारी वायआर साहू, केशव राम अहीर, सूर्य प्रकाश द्विवेदी की संयुक्त टीम द्वारा जांच प्रतिवेदन 20 नवम्बर 2019 को प्रस्तुत किया गया। जिसमें सरपंच सचिव संयुक्त रूप से दोषी पाए गए थे। किंतु आज 2 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी उस मामले में दोषियों पर कोई कार्यवाही नहीं हो पाई हैं। स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के चलते पूर्व सचिव दुर्गेश सोनी का हौसला और बुलंद हो गया और इसके बाद भी ग्राम पंचायत भरदाकला तथा ग्राम पंचायत परसाही में भी लाखों रुपए की राशि का गबन करने का मामला सामने आया है।
