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मुंबई: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अपने ग्रुप के उत्तराधिकार के मसले पर पहली बार बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी लीडरशिप के लिए तैयार है। आकाश, ईशा और अनंत हमसे बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। रिलायंस की नींव रखने वाले धीरूभाई अंबानी के जन्मदिन पर मुकेश अंबानी एक पारिवारिक समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, “युवा पीढ़ी अब लीडरशिप की भूमिका निभाने के लिए तैयार है। अब मैं उत्तराधिकार की प्रक्रिया को तेज करना चाहता हूं। हमें नई पीढ़ी का मार्गदर्शन करना चाहिए। उन्हें सक्षम बनाना चाहिए। उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए और बैठकर तालियां बजानी चाहिए।”
अंबानी ने कहा, “मैं हर दिन रिलायंस के लिए बच्चों के जुनून, कमिटमेंट और समर्पण को देख और महसूस कर सकता हूं। मैं उनमें वही आग और काबिलियत देखता हूं, जो मेरे पिता के पास लाखों लोगों के जीवन में बदलाव लाने और भारत के विकास में योगदान देने के लिए थी।”
अंबानी ने कही ग्रुप के लिए ये 3 बड़ी बातें:
- अंबानी ने कहा कि जैसे ही हम रिलायंस के स्वर्णिम दशक के दूसरे भाग में प्रवेश कर रहे हैं, मैं आपको बता सकता हूं कि हमारी कंपनी का भविष्य मुझे पहले से कहीं अधिक उज्जवल दिख रहा है। मैं विश्वास के साथ दो भविष्यवाणियां कर सकता हूं। सबसे पहले, भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन जाएगा। दूसरा, रिलायंस दुनिया की सबसे मजबूत और सबसे प्रतिष्ठित भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनियों में से एक बन जाएगी।
- अंबानी ने कहा कि समय आ गया है कि इस बड़े अवसर का लाभ उठाकर रिलायंस के भविष्य के विकास की नींव रखी जाए। रिलायंस एक कपड़ा कंपनी के रूप में शुरू हुई थी। अब विभिन्न बिजनेस में शामिल है। इसकी ऑयल टू केमिकल वाली कंपनी अब रिटेल, टेलिकॉम, ई-कॉमर्स जैसे सेक्टर में नंबर वन बनी है। इसके प्रोडक्ट हर दिन लोगों के जीवन को छूते हैं।
- उन्होंने कह कि हमने अपने एनर्जी बिजनेस को पूरी तरह से नया रूप दिया है। अब रिलायंस क्लीन एंड ग्रीन एनर्जी और मटेरियल्स में ग्लोबल लीडर बनने की ओर अग्रसर है। हमारे सबसे पुराने बिजनेस का यह परिवर्तन हमें रिलायंस के लिए सबसे बड़ा ग्रोथ इंजन प्रदान करेगा।
अंबानी का बयान लिस्टेड कंपनियों में चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर के पदों को अलग करने के लिए सेबी की अप्रैल 2022 की समय सीमा से पहले आया है। मार्केट रेगुलेटर सेबी ने लिस्टेड कंपनियों के लिए अपने नए मानदंडों का पालन करने के लिए समय सीमा बढ़ा दी है। इसके चेयरमैन अजय त्यागी ने मंगलवार को कहा कि हमने चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर के पद को अलग करने के लिए इंडस्ट्री को पर्याप्त समय दिया है। मैं उद्योग जगत से केवल इसका पालन करने की अपील कर सकता हूं।
इस साल जून में रिलायंस की वार्षिक सभा में अंबानी ने तीन वर्षों में क्लीन एनर्जी में 75,000 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की थी, क्योंकि कंपनी फ्यूल फॉसिल से दूर हो गई थी। रिटेल एंड टेलिकॉम (जियो) बिजनेस पर अंबानी ने कहा कि अकेले पिछले एक साल में हमने लगभग दस लाख छोटे दुकानदारों को जोड़ा है और लगभग एक लाख नए रोजगार के अवसर पैदा किए हैं। यह ग्रोथ इंजन हमारे पार्टनर्स और कर्मचारियों के लिए असीमित अवसर प्रदान करके महत्वपूर्ण सोशल वैल्यू बनाना जारी रखेगा।
64 वर्षीय अंबानी ने 2002 में अपने पिता की मृत्यु के बाद रिलायंस के चेयरमैन के रूप में पदभार संभाला। उनके तीन बच्चे, आकाश, ईशा और अनंत रिलायंस के टेलिकॉम, रिटेल और एनर्जी बिजनेस में शामिल हैं। इनमें से कोई भी रिलायंस के बोर्ड में नहीं है, लेकिन वे कंपनी के प्रमुख वर्टिकल में डायरेक्टर्स हैं। उन्होंने कहा कि मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि आकाश, ईशा और अनंत, अगली पीढ़ी के लीडर बनकर रिलायंस को और भी अधिक ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।