
By: रवि भूतड़ा
बालोद: छत्तीसगढ़ प्रांत के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में हो रहे धर्मांतरण एवं तथाकथित एनजीओ जिन्हें आदिवासी संस्कृति की जानकारी न होते हुए भी किए जा रहे निरुदेश्यपूर्ण कार्यप्रणाली को लेकर सांसद मोहन मंडाव ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाक़ात कर मामले में रोक लगाने की मांग की हैं। सांसद मोहन मंडावी ने अमित शाह जी से भेंट कर अवगत कराया कि आदिवासियो की मूल संस्कृति सभ्यता और उनका अस्तित्व सरल सहज और स्वाभाविक है। जिन्हें भय प्रलोभन व झूठ फरेब से धर्मांतरण करवाया जा रहा है। जो कि भोले भाले आदिवासी समाज के लिए समाज की सभ्यता संस्कृति और अस्मिता को नष्ट करने का कुत्सित प्रयास है। इसमें श्री मंडावी ने रोक लगाने की मांग की हैं। इसी प्रकार से जन जाति क्षेत्र में कतिपय समाज सेवी संस्थाएं जिन्हे जन जाति समाज की सभ्यता और संस्कृति की पहचान व परख न होते हुए भी शासकीय अनुदान राशि प्राप्त कर संदेहास्पद कार्य किया जा रहा है। ऐसे एनजीओ के कार्यप्रणाली पर रोक लगाने की मांग की गई। साथ ही अमित शाह से जनजाति कल्याण के मुद्दों को लेकर चर्चा कर सांसद श्री मंडावी ने मांग की। इस दौरान सांसद मोहन मंडावी को अमित शाह ने आश्वस्त किया।