By: रवि भूतड़ा
बालोद: अक्सर देखा गया हैं कि विपक्ष में बैठे जनप्रतिनिधि शासन-प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते आये हैं। लेकिन शायद ही ऐसा पहली दफा होगा कि सत्ता पक्ष के एक जनप्रतिनिधि ने अपने ही सरकार में प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाया हैं। युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष एवं नगर पंचायत के एल्डरमैन प्रशांत बोकड़े ने प्रशासन पर उपेक्षा किये जाने का आरोप लगाते हुए “युवा कांग्रेस मीडिया” नामक व्हाट्सएप ग्रुप में प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के नाम सन्देश पत्र लिख वायरल किया हैं। वायरल संदेश में प्रशांत बोकड़े द्वारा लिखा गया है कि मैं संगठन के समस्त प्रमुख कार्यकर्ताओ एवं संगठन प्रमुखों की ओर से ये बात आप लोगो के सामने रख उन सबके तरफ से यह दुःख ज़ाहिर कर रहा हूं, की छत्तीसगढ़ में काँग्रेस की सरकार बनने में सबसे बड़ा हाथ हमारे प्यारे कार्यकर्ताओ का है। लेकिन ऐसा लगता है कि यह बात सरकारी कर्मचारी और प्रशाशन भूल रही है। बालोद जिले में कोई भी सरकारी कार्यक्रम हो वहां संगठन प्रमुखों की अनदेखी होती है। चाहे विकास कार्यो का लोकार्पण हो, चाहे कोई महोत्सव, हमारे संगठन के अध्यक्ष हमेशा उनको अपने जगह के लिए जद्दोजहद करनी पड़ती है। ना कि किसी कार्यकर्ता की बात कोई अधिकारी सुनता है, सिस्टम लचर हो चुका है, अफसरशाही हावी हो चुकी है। व्यापारियों के इर्द गिर्द गुम रही है। ये दुःख का विषय है। मुझे नही लगता कि राज्योत्सव के कार्यक्रम में भी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख लोगो को किसी भी प्रकार का सम्मान मिलेगा। यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष होने के नाते मैं ये दुख बयान कर रहा हूं। बालोद जिले के समस्त विभाग जो ये सब की अनदेखी कर रहे है। उनके खिलाफ हम आवाज़ बुलंद करेंगे। आम आदमी आम जन मानस की कांग्रेस की सरकार में सबको सम्मान और सबके लिए खड़ा होना ही हमारा कर्तव्य है। आज के बाद मैं किसी भी कार्यक्रम में मैं उपस्थित नही होऊंगा। ना हमारे किसी भी साथियो की सहभागिता नही होगी। जब तक हमारे संगठन के लोगो को प्रशासन जगह और सम्मान नही देगी। 1 नवम्बर के बाद हम सारे विभागों के खिलाफ जो इशारों में कार्य कर रही है। उनके खिलाफ हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
“मुझे इस बारे में कोई जानकारी नही है, उन्होंने ऐसा क्यों लिखा है, जानकारी लेने के बाद ही मैं कुछ कह पाउँगा”
पूर्णचंद पाढ़ी, प्रदेशाध्यक्ष, युवा कांग्रेस
