By: रवि भूतड़ा
बालोद: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जशपुर जिले के छात्रावास में घटी अप्रिय घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए प्रदेश में सभी जिले के कलेक्टर्स और पुलिस अधीक्षकों को अपने जिले के अंतर्गत समस्त छात्रावासों के समय समय पर आकस्मिक निरीक्षण के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी जिला कलेक्टर्स को शासकीय छात्रावासों के निरीक्षण के लिए जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सहित अन्य वरिष्ठ जिला स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए हैं। निरीक्षण के दौरान निरीक्षणकर्ता अधिकारी छात्रावास में रहने वाले बच्चों से बातचीत कर छात्रावास में संचालित गतिविधियों से संबंधित फीडबैक लेकर रिपोर्ट में प्रस्तुत करेंगे। जिसे लेकर कलेक्टर जनमेजय महोबे ने मंगलवार को संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में एक बैठक आयोजित की। जहां अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले के छात्रावास व आश्रम के संचालन के पूर्व सभी आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करें। शासन से प्राप्त गाइडलाईन के अनुरूप छात्रावास व आश्रम का संचालन किया जाए। उन्होंने कहा कि छात्रावास व आश्रम में प्रवेशित विद्यार्थियों के निवास हेतु आगमन पूर्व पालकों की सहमति आवश्यक होगी। छात्रावास व आश्रम का संचालन ग्राम पंचायत एवं पालकों की सहमति से किया जाए। छात्रावास व आश्रम में किसी भी विद्यार्थी की उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी।
समय-समय पर छात्रावास व आश्रमों का निरीक्षण करने के दिए निर्देश-
कलेक्टर श्री महोबे ने छात्रावास व आश्रम में साफ-सफाई, सेनेटाईजेशन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रावास व आश्रम में कोविड-19 के प्रोटोकाल का अनिवार्य रूप से पालन किया जाए। किसी भी विद्यार्थी को सर्दी, खॉसी या बुखार आदि होने की स्थिति में तत्काल आवश्यक उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु विद्यार्थी के पालक को सूचित किया जाए। कलेक्टर ने छात्रावास व आश्रम के सभी कर्मचारियों एवं उनके परिजनों का कोविड-19 टीकाकरण सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में संचालित छात्रावास एवं आश्रम की संख्या की जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि जिले में संचालित छात्रावास व आश्रम का वे स्वयं आकस्मिक निरीक्षण करेंगे। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारियों को समय-समय पर छात्रावास व आश्रमों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रावास अधीक्षक अपने छात्रावास में अनिवार्य रूप से निवास करेंगे। बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रेणुका श्रीवास्तव, एसडीएम बालोद आरएस ठाकुर, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी बसंत बाघ, जिला मिशन समन्वयक पीसी मरकले, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी हरिकीर्तन राठौर आदि उपस्थित थे।