BY: नवीन श्रीवास्तव
- राजनीतिक दल आपसी अंतर्कलह छोड़ कर जनता के लिए एकजुट हो कर मिसाल कायम करें : रोहित सिंह आर्य
- साथ, सहयोग, सद्भाव व सकारात्मकता से ही कोरोना से जीत संभव – रोहित सिंह आर्य
जगदलपुर: जिले में कोरोना के बढ़ते प्रकोप और भययुक्त माहौल के मद्देनज़र सक्रिय युवा सामाजिक कार्यकर्ता व सामाजिक संगठन पब्लिक वॉइस के सदस्य रोहित सिंह आर्य ने जनता से अपील की है कि कोरोना काल के इस विकट परस्थिति में हमें धैर्य रखना होगा यह कठिन समय है सभी के लिये एकजुटता और आपसी सहयोग से ही हम इस अदृश्य बीमारी से जीत सकते हैं।
श्री आर्य ने राजनीतिक दलों से भी निवेदन किया है कि ऐसे कठिन समय में राजनीतिक अंतर्कलह, प्रतिस्पर्धा और आरोप-प्रत्यारोप छोड़कर मिलकर काम करने से ही जनता को राहत मिलेगी और लोगों में दलों के प्रति भरोसा जीवित रहेगा।
श्री आर्य ने आगे कहा कि लोगों को भी जागरूकता का परिचय देते हुये नियमों व कोरोना से बचने के उपायों का पालना करते हुए समाज में सकारात्मक विचारों एवं संदेशों का संचार करना होगा।
इस महामारी में जो चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मचारी, सफाईकर्मी, पुलिसकर्मी अधिकारी एवं कर्मचारी दिन रात हमें इस महामारी से बचाने में लगे हुये है उनका आभार व्यक्त करना चाहिए। कुछ एक कि वजह से सभी को एक तराजू में तौलना ठीक नही है। संक्रमण से बड़ी संख्या में लोग ठीक भी हो रहे हैं हमें यह भी देखना चाहिए।
साथ, सहयोग, सद्भाव व सकारात्मकता से ही इस बड़ी महामारी से लड़ा जा सकता है। श्री आर्य ने पुनः अपील की कि नकारत्मकता से बचें क्योंकि यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को नष्ट करता है। लोगों से बात करें उन्हें प्रोत्सहित करें और सकारत्मक विचारों का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करें। नकारात्मक बातें, वीडियो और समाचार को देखने, पढ़ने और सोशल मीडिया में शेयर करने से परहेज करें। यदि कुछ फैलाना ही हो तो सकारात्मक समाचारों को फैलाये, लोगों में जागरूकता फैलाये न कि किसी प्रकार का भ्रम।
इस स्ट्रेन में भी भारत के लिए सुखद समाचार ये है की संक्रमण की तीव्रता के बावजूद देश में 99 प्रतिशत लोग स्वस्थ होकर लोग अपने घरों को सकुशल लौट रहे हैं। अतः शासन-प्रशासन द्वारा लागू कोविड-प्रोटोकॉल का पालन करें, लॉक-डाउन के दौरान घरों में रह कर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन का सहयोग करें। घरों में रहकर परिवार सहित योग, ध्यान के अलावा अच्छी संगीत और सकारात्मक साहित्य पढ़े और जितना हो सके गर्म पेय और काढ़े का सेवन करें। इस विकट परस्थिति में अपने आसपास नजर रखें और जरूरतमंदों को यथासम्भव नियमों का पालन करते हुये सहयोग करें, ऐसे समय में ही हम स्वयं के अंदर छुपे मानवता के स्तर को समझ सकते हैं।