BY: रवि भूतड़ा
बालोद: “हार हो जाती हैं जब मान लिया जाता हैं, जीत तब होती हैं जब ठान लिया जाता हैं”….. शकील आज़मी की ये लाइन उन सभी शूरवीरों को समर्पित है, जिन्होंने कोरोना जैसी महामारी से लड़कर उसे पटखनी दी हैं। जिले में कोरोना महामारी से सभी तबके के लोग जूझ रहे हैं। रोजाना सैकड़ों की संख्या में नए कोरोना संक्रमितों के मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन इन सबमें सबसे अच्छी बात यह कि रोजाना सैकड़ो की संख्या में मरीज कोरोना को मात देकर स्वस्थ्य होकर अपने घरों को लौट रहे हैं। जिले में कोरोना से स्वस्थ्य हुए मरीजो का रिकवरी प्रतिशत बेहतर हैं। सोमवार तक जिले में 12 हजार 167 संक्रमित मरीज़ो ने कोरोना को मात दी है और स्वस्थ्य होकर घरों को लौटे है। 1 हजार 866 मरीज घर में रहकर (होमआइसोलेसन) उपचार करवा रहे हैं। यहां ज्यादा से ज्यादा लोग इस संकट से अपनी जागरूकता, सकारात्मक सोच और अपने हौसलों से इस महामारी को मात देने में सफल हुए हैं।

हमारा हौसला जितना मजबूत होगा, उतना ही कोरोना को मात देकर इस जंग में हम होंगे विजयी:
राज्य सरकार व जिला प्रशासन पूरी सजगता से इस कोविड-19 के प्रकोप से प्रदेशवासियों की सुरक्षा में तत्परता से कार्य कर रही हैं। जिला प्रशासन अपने तरफ से सारे प्रयास सफल रूप से कर रही हैं। लेकिन जनता का भी ये फर्ज बनता हैं की वो जारी गाईडलाईन जैसे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और मॉस्क, सेनेटाइजर का उपयोग करे। घर पर रहकर सुरक्षित रहे और अपना अपने परिवार का व सभी लोगो की जीवन की रक्षा में सहयोग दें। कोरोना महामारी के इस जटिल दौर में हमें अपने आप को हर तरह के विपत्ति से जूझने के लिए तैयार रहना चाहिए।हमारा हौसला जितना ज्यादा मजबूत होगा उतना ही कोरोना को मात देकर इस जंग में हम विजयी होंगे। आप यदि कोविड संक्रमित हैं, तो घबराएं नहीं और चिंता न करें और हर वक़्त सकारात्मक बने रहें। मिल रहे उपचार के साथ-साथ हमारे शरीर को सकारात्मक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। आप होम आइसोलेशन में सावधानी बरतें, जिससे अन्य लोग संक्रमण से बचे रह सकते हैं। इसी कड़ी में जिले में जिन लोगों ने अपनी सकारात्मक सोच से कोरोना महामारी को मात दी हैं। उन शूरवीरों ने इस बीमारी के दौरान क्या महसूस किया। उन क्षणों को उन्होंने ghumtidunia से जाहिर किया। आइये जाने उनके विचार।

खुद के सकारात्मक सोच और हौसले से इस महामारी के जंग को जीत लिया: कन्हैयालाल
गुरुर विकासखंड के ग्राम बागतराई निवासी 67 वर्षीय कन्हैयालाल पिता रामचरण साहू ने सकारात्मक सोच और जागरूकता से कोरोना को मात दी हैं। कोरोना को मात देकर स्वस्थ्य हुए कन्हैयालाल का कहना है कि उन्हें शुरुआत में सामान्य सर्दी हुई। कोरोना का लक्षण महसूस होते देख जागरूकता दिखाते हुए कोविड-19 का टेस्ट करवाया और रिपोर्ट में कोरोना संक्रमित पाए जाने पर तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट हुए। जहाँ उनका ऑक्सीजन लेवल कम होने पर उन्हें दल्लीराजहरा के शहीद हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था। जहाँ उन्हें लंग्स को सुचारु रखने के लिए भाप दिया जाता था और मेडिसिन के अलावा व्यायाम करवाया जाता था। खुद के सकारात्मक सोच और हौसले से इस महामारी के जंग को जीत लिया। हॉस्पिटल से 5 दिनों में ही डिस्चार्ज हुआ और स्वस्थ होकर घर लौटा। मैं ghumtidunia के माध्यम से लोगो से अपील करता हूं कि सरकार अपना काम सही रूप से कर रही हैं। इस बीमारी को हल्के में ना लें। थोड़ा सा भी लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं। प्रशासन के साथ-साथ हम सभी को जागरूकता दिखानी पड़ेगी। मॉस्क का निरंतर उपयोग औऱ सोशल डिस्टेंसिंग आदि सभी गाइडलाइन का पालन करके ही इस बीमारी से बचा जा सकता हैं। मेरा अनुरोध हैं, ज्यादा से ज्यादा घर पर रहे।
पॉजिटिविटी सोच रखकर आप कोरोना संक्रमण को हरा सकते हैं: सारिका साहू
गुरुर निवासी 39 वर्षीया सारिका साहु कोरोना महामारी को हराकर बुलंद हौसले की मिशाल बनी हैं और औरों को लिए प्रेरणा। सारिका ने बताया कि हॉस्पिटल में व्यवस्था अच्छी हैं। कोरोना के इस संकट में सरकार अच्छा प्रयास कर रही हैं और इस बीमारी से लोग बचने के लिए नियमो का पालन करें और लक्षण होने पर जांच तुरंत कराएं। इस बीमारी से जागरूकता और जारी गाईडलाईन का पालन करने से ही बचा जा सकता हैं। सकारात्मक सोचे, जरा नही नकारात्मक न सोचें। आपकी पॉजिटिविटी ही आपकी असली ताकत हैं। पॉजिटिविटी सोच रखकर आप कोरोना संक्रमण को हरा सकते हैं। अगर आप संक्रमण की चपेट में आये है तो घबराएं न। व्यायाम, दवाइयां, भाप बराबर लेते रहे। साथ ही मैं उन सब लोगो से निवेदन करती हूं जो थोड़े से लक्षण में भी घबराकर जांच करवाने से कतराते हैं। आप जांच जरूर करवाये। ताकि हमारे साथ-साथ हम बाकियों की भी केयर कर सके उन्हें सतर्क कर सके।
किसी भी तरह का डर और भय को अपने अंदर हावी न होने दे: डिपेश साहू
जेवरतला निवासी 47 वर्षीय डिपेश साहू ने बताया कि कोरोना संक्रमित होने के बाद देवरी हॉस्पिटल में इलाज करवाया और हॉस्पिटल में मैंने अपने मानसिकता को पॉज़िटिव रखा। बीमारी को अपने ऊपर हावी होने नही दिया। उपचार के दौरान नियमित व्यायाम, दवाइयां, भाप बराबर लेते रहा। आज मैं पूरी तरह स्वस्थ हूँ। हॉस्पिटल में सारी व्यवस्था सही थी। ऑक्सीजन की भी व्यवस्था थी। मैं ghumtidunia के माध्यम से लोगो से खासकर संक्रमित हुए मरीज़ो से अपील करना चाहूंगा, किसी भी तरह का डर और भय को अपने अंदर हावी न होने दे। कोरोना महामारी को सकारात्मक सोच रखकर जीता जा सकता हैं। नकारात्मक चीज़ों को अपने आपसास भी न भटकने दे। क्योकि आपकी पॉजिटिविटी ही आपकी इम्युनिटी हैं।
हमेशा अपने अंदर पाजिटिविटी रखी: वीरेंद्र आर्य
ग्राम करहीभदर निवासी वीरेंद्र आर्य जो दुर्ग जिले में उतई क्षेत्र में शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं। इन्होंने बताया कि वे और उनका बेटा दोनों ही कोरोना पॉजीटीव हुए थे। तब उन्हें दल्लीराजहरा शहीद अस्पताल में भर्ती किया गया था। नियमित सहित उपचार और समय पर ऑक्सीजन मिलने की वजह से वे और उनका बेटा आज पूरी तरह स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट चुके हैं। हमनें हमेशा अपने अंदर पाजिटिविटी रखी। कभी भी निराश नही हुए और न ही घर वालो को होने दिया। श्री आर्य बताते है कि उनके और बेटे दोनों कोरोना संक्रमित हो जाने से घर वाले घबरा गए थे। लेकिन हम दोनों ने गई उन्हें हिम्मत दी। सकारात्मक सोच का ही परिणाम है कि हम दोनों पूरी तरह स्वस्थ्य होकर अपने घर आ गए हैं।

जरा भी लक्षण मिले तो तुरंत जांच करवाएं ताकि समय पर उपचार हो सके: जनमेजय महोबे
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने कहा कि ये सही है कि जो अन्य बीमारी से पीड़ित थे। उनको नुकसान हुआ हैं, जो बुजुर्ग थे, जो कोम ऑर्बिटव से जो पीड़ित थे, जो असमय दुनिया से चले गए। उनके परिवार की प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। लेकिन मैक्सिमम लोग ऐसे हैं जो ठीक हो गए हैं। ये बहुत सकारात्मक हैं, बालोद जिले के लिए। श्री महोबे ने आगे कहा कि हमारे जिले में रिकवरी का प्रतिशत काफी अच्छा हैं। इससे इंस्पायर होकर हम यह सीख सकते है, की कोरोना की जो गाईडलाईन उसका पालन करे। ताकि ऐसा स्तिथि में हम उससे निकल सके। बालोद जिले के लिए सकारात्मक परिणाम दिख रहे है, की अधिकांश लोग स्वस्थ्य होकर अपने घर जा रहे हैं। तो कोरोना से डरने की नही बल्कि सावधान होने की जरूरत हैं। जो गाईडलाईन है उसका शत प्रतिशत पालन करने। ताकि किसी को भी कोरोना का संक्रमण न हो। श्री महोबे ने आगे बताया कि हमारे जिले के कई अधिकारी-कर्मचारी है जिन्होंने कोरोना को मात दी हैं। कोरोना का संक्रमण भी होता है तो भय न रखे, निडर होकर लड़े। मास्क का उपयोग लगातार करे और सामाजिक दूरी का पालन करे। साथ ही ghumtidunia के माध्यम यह अपील भी करना चाहूंगा कि जरा भी लक्षण मिले तो तुरंत जांच करवाएं ताकि समय पर उपचार हो सके। ऐसा देखा जा रहा है कि कई लोग ज्यादा बढ़ने के बाद जांच करवा रहे हैं, तो ऐसी लापरवाही बिल्कुल ने करे।