BY: RAVI BHUTDA
बालोद: 10 अप्रैल की शाम 6 बजे से जिले में सम्पूर्ण लॉकडाउन लग रहा हैं। जिसके मद्देनज़र आज शुक्रवार को बाज़ारो में भारी भीड़ नज़र आई। लोग रोजमर्रा सहित किराना सामानों के लिए दुकानों खरीदी करते नज़र आये। वही कई जगह से खुदरा मूल्य से अधिक दाम में बेचने की भी शिकायत सामने आई। कोरोनाकाल में भी जिले में कुछ व्यापारियों द्वारा मुनाफाखोरी और कालाबाज़ारी करने की बात सामने आई हैं। तो वही मुनाफाखोरी और कालाबाजारी कर रहे व्यापारियों से कलेक्टर जनमेजय महोबे ने अपील करते हुए कहा हैं कि कोरोना महामारी के बीच लगे लॉकडाउन और ऐसे क्राइसेस के समय व्यवसाय को महत्त्व न दे मानवता को ज्यादा महत्त्व दें। श्री महोबे ने आगे कहा कि ये लॉकडाउन सख्त हैं। लेकिन सख्त लॉकडाउन का ये मतलब नहीं है कि इसका कोई फायदा उठायें। चाहे कोई भी व्यापारी हो या आम आदमी हो। किसी को भी किसी तरह की तकलीफ नहीं होनी चाहिए। ये हम सुनिश्चित करेंगे और कालाबाज़ारी चाहे वो मेडिसिन के सम्बन्ध में हो या अनाज के सम्बन्ध में यदि कोई करता है। तो उस पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
श्री महोबे ने आगे कहा कि हमने आज जो मीटिंग ली हैं सुबह, उसमे सभी एसडीएम, फ़ूड अफसर को कड़े इंस्ट्रक्शन दिए गए हैं। कि मार्केट में ऐसी कोई स्तिथि अभी दो दिनों में क्योकि मार्किट खुला है। दो दिन तक ऐसी कोई स्तिथि आती है। कोई अपना स्टॉक रेट बढ़ने के उद्देश्य से रखता है। तो इसका सर्च करें और यदि कार्यवाही संभव होती है, तो कार्यवाही करें। मैं बालोद जिले के लोगों और व्यापारियों से भी आग्रह करना चाहूंगा। की इस तरह की ऐसे क्राइसेस के समय व्यवसाय को महत्त्व न दें। मानवता को ज्यादा महत्त्व दें।